स्पेशल डेस्क। रसोई में सरसों तेल में छोंक लगाकर चटकारेदार सब्जियां तो खूब खायीं हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि हमारी दादियां-नानियां सरसों के तेल का यूज शरीर की मांसपेशियों को हेल्दी बनाने के लिए इस्तेमाल करतीं थीं। इसके अलावा उनकी नेचुरल खूबसूरती का राज भी मस्टर्ड ऑइल ही है। जानिए दादी की रसोई के इस खास इंक्रीडियन्स से ऐसे कैसे खुद को हेल्दी और ब्यूटीफुल रख सकते हैं।
शिशु की रोज करें मालिश
सर्दियों में सरसों के तेल की मालिश करके नहाने से शरीर पर ठण्ड का असर नहीं होता। इसके साथ ही हमारे घरों में बरसों से बच्चों की सरसों के तेल से मालिश होती आ रही है। नवजात शिशु तथा प्रसूता, दोनों का शरीर सरसों के तेल की मालिश से पुष्ट तथा बलवान बनता है। यह शरीर के रोम छिद्रों द्वारा सारे शरीर में पहुँच कर शरीर का पोषण करता है तथा शक्ति प्रदान करता है।
शरीर को बनाएं तंदरूस्त
– बदन में दर्द, सूजन या गठिया हो तो सरसों के तेल की मालिश से आराम मिलता है।
– कानों में सरसों का तेल डालने से कान दर्द, बहरापन आदि कान के रोग मिटते हैं। इससे कान का मैल फूलकर बाहर निकल आता है।
– सरसों के तेल में हींग, अजवायन, लहसुन, डालकर गर्म करके, ठण्डा होने पर छान कर शीशी में रखें। सर्दी के कारण हाथ, पैर, कमर में दर्द होने लगे तो इस तेल की मालिश से आराम मिलेगा।
– जुकाम होने पर गर्म सरसों के तेल की छाती, पीठ पर मालिश करने तथा नाक के चारों ओर लगाने से लाभ होता है।
– पैर के तलवों में सरसों के तेल की मालिश से थकावट दूर होती है, पैरों की शक्ति बढ़ती है तथा इससे आँखों की ज्योति भी बढ़ती है। सरसों के दाने शहद के साथ पीसकर चाटने से खाँसी में आराम मिलता है।
ऐसे निखारें खूबसूरती
– दूध में सरसों को गलने तक उबाल लें, फिर उसमें गुलाबजल मिलाकर नियमित रूप से चेहरे पर उबटन करने से रंग निखरेगा। सरसों को हल्का भून, पीसकर रख लें। आवश्यकता हो तब उसमें पानी या दूध मिलाकर चेहरे पर लगाएँ। सूखने पर हल्के हाथ से रगड़ कर साफ कर लें। चेहरा चमक उठेगा।
– सरसों, बच, लोद, सेंधा नमक मिलाकर पानी में पीसकर मुँह पर लेप करें तथा सूखने पर गुनगुने पानी से धोकर तौलिए से रगड़कर चेहरा साफ कर लें।
– बेसन, हल्दी, जरा सा पीसा कपूर तथा सरसों का तेल डालकर, दही या पानी के साथ घोल बना लें। इस उबटन से रंग साफ होगा तथा त्वचा में चमक आती है।
– भुनी सरसों, भुने काले तिल, नागरमोथा, जायफल पीसकर उसमें थोड़ा बेसन मिलाकर उबटन करें। झाँई, मुँहासे, खुश्की मिटेगी तथा त्वचा लावण्यमय बनेगी।