चेहरे पर मुहांसे आने की समस्या से छुटकारा दिलाने वाले तमात ब्यूटी प्रोडेक्ट बाजार में भरे पडे हैं. एक्सपर्ट अच्छे प्रोडेक्ट यूज करने की सलाह देते हैं और डॉक्टर्स लाइफ स्टाइल सुधारने के पीछे पडे हैं. पर मुहांसों के चक्कर में चेहरे पर होने वाले ब्लाइंड पिंपल्स की प्रॉब्लम इग्नोर कर दी जाती है. जबकि यह मुहांसों से ज्यादा नुकसानदायक हो सकते हैं.
दरअसल मुहांसे त्वचा के बाहरी हिस्से पर उभरते हैं, जिन्हें तत्काल देखकर उसके लिए समाधान खोजे जा सकते हैं, लेकिन ब्लाइंड पिंपल्स त्वचा की सतह के नीचे होते हैं जो तब तक दिखाई नहीं देते जब तक वे ज्यादा से ज्यादा हिस्से में न फैलें.
बैक्टीरिया के कारण होते हैं पिंपल्स
ब्लाइंड पिंपल्स होने का मुख्य कारण बैक्टीरिया है. दरअसल ऑयली स्किन होने और बड़े रोमछिद्र वाली त्वचा पर लगातार क्लीजिंग होने की वजह से बैक्टीरिया चेहरे के अंदरुनी हिस्सों में चले जाते हैं और ब्लाइंड पिम्पल उत्पन्न करते हैं. यदि पिंपल्स त्वचा के भीतर ही हैं तो कम से कम 1 माह में ठीक होते हैं पर यदि ये त्वचा के बाहर दिखाई देने लगे हैं तो इलाज लंबा चलता है.
भूलकर भी न करें ये काम
मुहांसे होने पर सबसे पहले सलाह दी जाती है कि उन्हें हाथ से छूएं नहीं और दबाने की कोशिश तो बिल्कुल न करें. कुछ ऐसा ही ब्लाइंउ पिंपल्स होने पर भी कहा जाता है. ब्लाइंड पिंपल की गांठ को दबाने से त्वचा खराब हो जाती है. कई बार चेहरे पर काले धब्बे बनते दिखाई देते हैं.
ठीक हो सकते हैं पिंपल्स
जैसे मुहांसे खानपान के बदलाव और दवाओं से ठीक हो जाते हैं वैसे ही ब्लाइंड पिंपल्स भी दवाओं की मदद से ठीक हो सकते हैं. हालांकि इसमें कुछ समय जरूर लगता है. तो यदि आप ब्लाइंड पिंपल्स की समस्या से जूझ रहे हैं तो वॉर्म कम्प्रेस को अपनाएं. इससे पिंपल्स धीरे—धीरे कम होना शुरू हो जाते हैं. साथ ही चेहरे के रोमछिद्र खुलते हैं. जिससे पिंपल्स उभर कर आते हैं और बाहरी वातावरण के संपर्क में आने से बैक्टीरिया स्वत: भी खत्म होने लगते हैं.
पिंपल्स पर बेंजोईल पेरोक्साइड क्रीम का इस्तेमाल करने से दाग नहीं बनते और इनके फैलने की संभावना भी कम होती है. सलिसीक्लिक एसिड से समय समय पर त्वचा को साफ करते रहना चाहिए. आपकी स्किन ड्राई या सेंसटिव तो इस क्लींजर को सिर्फ पिम्पल एरिया पर ही लगाएं. यदि पिंपल एरिया में दर्द महसूस होता है तो आइस थैरेपी ली जा सकती है.
घरेलू उपाय की बता की जाए तो पिंपल्स वाले स्थान पर शहद लगाई जा सकती है. रात को शहद लगाकर सोएं और सुबह साफ पानी से चेहरा धो लें. लेकिन ये सभी उपाय डर्मेटोलॉजिस्ट की सलाह लेकर करना बेहतर होता है.