स्पेशल डेस्क। डिजाइनर कैंडिल्स का यूज घरों को सजाने में तो खूब किया है लेकिन क्या आप जानती हैं कि आज के समय में यह रौशनी और महक से भरा खूबसूरत करियर भी हो सकता है। लेडीज घर पर ही कैंडिल मेकिंग का काम शुरू कर अच्छी कमाई कर सकतीं हैं। इसके लिए छोटा सा कोर्स करना होगा। इसके बाद सबसे कम लागत में सबसे कमाल का बिजनेस किया जा सकेगा।
मिल चुकी है पहचान
मोमबत्ती उद्योग ग्रामीण स्तर से लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर तक अपनी पहचान बना चुका है। इस क्षेत्र में स्वरोजगार की संभावनाओं का तेजी से विकास हो रहा है। आप भी इससे जुड़ कर अपना करियर बना सकते हैं। यह करियर दो रूपों में बनाया जा सकता है- एक किसी मोमबत्ती उद्योग में नौकरी करके और दूसरा खुद का व्यवसाय शुरू करके।
ऐसे शुरू करें उद्योग
मोमबत्ती उत्पादन एक क्रिएटिव काम है। एक अच्छा आर्टिस्ट अच्छा मोमबत्ती उत्पादक बन सकता है। मोमबत्ती उत्पादन में डिजाइन के साथ कलर कॉम्बिनेशन की समझ होना जरूरी है, पर इसकी मैन्युफैक्चरिंग को समझने के लिए ट्रेनिंग लेना जरूरी है। इसके अलावा इसे कम पूंजी और मेन पावर के साथ शुरू कया जा सकता है। यह काम घर के किसी कोने में भी शुरू किया जा सकता है। आजकल बाजार में तरह-तरह की मोमबत्तियां मौजूद हैं, जैसे मेडिकेटिड मोमबत्ती, रोमांस इनहान्सिंग मोमबत्ती, अरोमा मोमबत्ती, फ्लोटिंग मोमबत्ती आदि अनगिनत उत्पाद रोज बाजार में लॉन्च हो रहे हैं।
मिलेगी सरकारी सहायता
मोमबत्ती उत्पादन लघु उद्योग की श्रेणी में आता है। केंद्र और राज्य सरकारों का खादी ग्रामोद्योग इसे बढ़ावा देने के लिए नए-नए प्रोत्साहन और प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाती रहता है। एक सर्वे के अनुसार भारत में मोमबत्ती का बाजार लगभग 8 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है। नए उद्यमियों को सरकार हर तरह की सहायता देती है। महिलाओं, अनुसूचित जाति या अनुसूचित जन जाति वर्ग से जुड़े लोगों को ऋण में 30 प्रतिशत तक छूट भी मिलती है।
कच्चा माल और खर्च
कच्चे माल के रूप में दो चीजों की जरूरत पड़ती है़, सूत की बत्ती और मोम। सूत की बत्ती किसी भी अच्छे बाजार में मिल जाएगी, वहीं मोम के लिए किसी रिफाइनरी या पास के बाजार में जाना पड़ेगा। इसके अलावा जैल मोमबत्ती बनाने के लिए जैल, खुशबूदार मोमबत्ती के लिए कुछ खास तरह के परफ्यूम और इन्हें सजाने के लिए पत्थर, मोती, सितारे और थ्रेड, वैक्स पिघलाने के लिए बड़े बर्तन और चूल्हा और मोमबत्ती को विभिन्न आकारों में ढालने के लिए सांचों की जरूरत होती है। आप दस हजार से एक लाख रुपये तक की पूंजी में इस व्यवसाय को शुरू कर सकते हैं।
यहां से सीखें कोर्स
0 मल्टी डिसिप्लिनरी ट्रेनिंग सेंटर, देहरादून
0 वुलन होजरी ट्रेनिंग सेंटर, लखनऊ
0 मल्टी डिसिप्लिनरी ट्रेनिंग सेंटर, राजघाट, नई दिल्ली
0 डॉं राजेन्द्र प्रसाद मल्टी डिसिप्लिनरी ट्रेनिंग सेंटर, पटना
0 खादी ग्रामोद्योग विद्यालय, बाराबंकी
0 खादी ग्रामोद्योग विद्यालय, वीरापंडी