हाँ मुझे तुमसे ही प्यार है
हाँ मुझे तुमसे ही प्यार है,
पर तुम कहाँ हो, मुझे तुम्हारा अभी तक इंतज़ार है,
हाँ मुझे तुमसे ही प्यार है,
कभी सपनो से बाहर भी आया करो,
मुझे अपनी अदा से तड़पाया करो,
किस कदर तुम्हारा मुझ पर खुमार है,
हाँ मुझे तुमसे ही प्यार है,
हाँ मुझे तुम से प्यार है,
तुम झरने सी चंचल, तुम पर्वत सी सुन्दर,
करती हो हर पल, तुम पायल सी छन-छन,
तुम्हारी मोरनी सी चल का अब तक मुझे इंतज़ार है,
हाँ कहता हूँ फिर से मुझे तुम से प्यार है,
अब तो आजाओ मेरे सपनो से बाहर,
इस दुनिया को भी तुम्हारी झलक का इंतज़ार है,
हाँ मुझे तुमसे ही प्यार है,
हाँ मुझे तुमसे ही प्यार है
-सत्यम राजा
नज़रों की ज़ुबान
नज़रों की ज़ुबान
सिमटे वो हम में इस कदर
कि हमारे जज़्बात बह गये..
बरसों से दिल में बसे एहसास थम गये..
नज़रों नज़रों में होने लगी हमारी बातें..
आँखें बन गयी दिल की ज़ुबान..
कहने लगी तुम्हारे दिल की कहानी..
अब कोई कुछ ना कह पायेगा..
प्यार तुमसे बेपनाह है
आँखों आँखों में बयाँ हो जायेगा.
-गौरव
मुझे डर है कहीं और मोहोब्बत हो न जाए
मुझे डर है कहीं और मोहोब्बत हो न जाए
धुंधली सुबह में तेरे ख्वाब खो न जाए
पल-पल तेरा इतंजार करता हुं
तेरी नफरतों से बहुत डरता हुं, मुझे डर है
तेरी नफरतों से कहीं और मोहोब्बत हो न जाए
मेरी नींद चुराले ऐसी है तेरी मुस्कान
सोचता हुं इसे बनाए रखने के लिए करदुं खुद को कुरबान
मुझे डर है, तेरी मुस्कान से कहीं और मोहोब्बत हो न जाए
हवा से उड़ती तेरी जुल्फे मेरी जाऩ निकाल लेती है
इन हवाओं के इशारे से मुझे अपने पास बुला लेती है
अपनी मोहोब्बत का इजहार एक बार कर चुका हुं
और उस इजहार का फल तेरी नाराजगी से सह चुका हुं
फिलहाल तेरी दोस्ती के साथ जिदंगी कट रही है
पर मुझे डर है, तेरी दोस्ती से कहीं और मोहोब्बत हो न जाए…..।
प्यारा आनंद बाबू
जुदा होने के खयाल से आँखें नम है
तुमसे बिछड कर जीने के लिए जिन्दगी कब तैयार है
सिर्फ जुदा होने के खयाल से आँखें नम बार-बार है
मान लूँ मैं कैसे ये के एक दिन जुदा हो जाएँगे
तुझसे जुदा होजाऊँ तो जिन्दगी की सबसे बड़ी वो हार है
वो एक धुंधला सा ख्वाब जिसकी कोई सूरत ही नही या रब्बा
तुम्हारी मजबूरीयाँ ही मोहोब्बत में सबसे बड़ी दिवार है
मोहोब्बत भी वक्त-बे-बक्त माँगती है गवाही अपने प्यार की
वरना इस दौर मे मोहोब्बत भी नीलाम सर-ए-आम है
ये तो वक्त ही तय करेगा के कितनी मोहलत दे वो हमें
तेरे दो पल के मीलने में भी पतझड भी जैसे बहार है
मोहोब्बत को बँया करना ना-मुमकिन है मेरे लिए
पर तू साथ होतो जिन्दगी की हर खुशी मेरी गुलजार है
प्रवीण तिवारी
किसी की मोहोब्बत उसे पूरा बनती है
कोई भी शक्स मुकम्मल नही होता,
किसी की मोहोब्बत उसे पूरा बनती है…॥
कभी थक जाता हुं भाग-दौड़ भरी जिन्दगी में…॥
तो तुम्हारी मुस्कान मुझे चलना सिखाती है…॥
अधूरा है नसिब मेरा तुम्हारे साथ के बीना…॥
तुम्हारी कमी का एहसास मुझे हर खुशी करवाती है…॥
मेरा आईना मुझसे खफा सा रहेता है…॥
आँखें भी मुझे तुम्हारी तस्वीर दिखती है…॥
तुम्हारा खयाल ना होतो दिन भी विरान लगता है…॥
तुम्हारे एहसास में तो मेरी रात भी जगमगाती है…॥
तुम बीना हर आरजू हर खुशी अधूरी लगती है…॥
तुम्हारे साथ हर रुत रंगीन नजर आती है…॥
जीने के लिए भले साँसो की जरूरत होती है…॥
पर मेरे लिए तो तुम्हारी हर अदा जिन्दगी बन जाती है…॥
मेरे दिल मे मेरी हर एक साँस में तुम हो…॥
ये बात मेरी हर धड़कन दौहरती है…॥
ये सच है की कोई शक्स मुकम्मल नही होता…॥
पर मेरे सनम मुझे तुमहारी मोहोब्बत पुरा बनाती है…॥
प्रवीण तिवारी