अक्सर देखा जाता है कि लोग सोते वक्त मुंह खोल कर सोते हैं. कई बार नींद गहरी होने के साथ अपने आप ही मुंह खुल जाता है. आमतौर में ऐसे लोगों को खर्राटें लेने की आदत होती है. पर एक और आदत है जिस पर गौर करने की जरूरत है. यह आदत है लार बहने की.
यानि सोते समय मुंह का खुला होना और उसमें से लार गिरना, यह कोई सामान्य बात नहीं है बल्कि कुछ गंभीर बीमारियों के शुरूआती लक्षण हो सकते हैं. तो यदि आप या परिवार में किसी जानने वाले को ऐसी कोई आदत है तो इस खबर को गौर से पढें…
शरीर का अहम हिस्सा है लार
लार देखकर मुंह बनाने से पहले हमें उसकी अहमियत के बारे में जान लेना चाहिए. शरीर की बाकी ग्रंथियों की तरह ही लार ग्रंथि (salivary glands) भी होती है. लार ग्रंथि को वैज्ञानिक भाषा में एक्सोक्राइन ग्रंथि भी कहते हैं. यह हर समय लार (Saliva) का निर्माण करती रहती है. यदि लार भोजन पचाने में मदद करती है. लार में बलगम, लवण, जीवाणुरोधी यौगिक, एंजाइम और पानी जैसे कई अवयव होते हैं.
कई परिस्थितियों में लार के जरिए ही शरीर से हानिकारक जीवाणु बाहर आ पाते हैं. इसलिए लार का मुंह में होना जरूरी है. लेकिन जब यही लार बिना किसी नियंत्रण के अचानक मुंह से बाहर आने लगे तो सावधान हो जाने की जरूरत है.
बीमारियों के लक्षण
नींद के दौरान चेहरे की नसें आराम के मूड में होती हैं. इसलिए ऐसे में जब लार के ग्लैंड्स लार तैयार करते हैं तो वो बहने लग जाती है क्योंकि आप उसे निगलते नहीं हैं. ऐसा तभी होता है जब आप करवट लेकर सो रहे हों. दिखने में तो यह आम प्रक्रिया लगती है पर ऐसा है नहीं!
जब फ्लू के कारण नाक बंद होती है तो सोते वक्त आप मुंह से सांस लेते हैं और लार बाहर आती है. लार के माध्यम से ही श्वास नलिका के संक्रमण की संभावना बढती है. नाक से संबंधित एलर्जी और कुछ खाने पीने की चीज़ों से होने वाली एलर्जी की वजह से लार का अधिक निर्माण हो सकता है और वो बह सकती है.
हो सकती है मानसिक समस्या
कुछ लोगों को सोते हुए अक्सर डर लगता है. वे चौंक कर उठ जाते हैं. यदि गौर करे तो इन लोगों को नींद में लार बहने की समस्या से दो चार होना पडता है.युवाओं में साइकोपैथोलॉजिकल कारण से ये समस्या होती हैं. ऐसा उनके भावनात्मक तनाव में होने के कारण, ड्रग्स या एल्कोहल लेने के कारण और नींद की कमी के कारण भी हो सका है.
कुछ एंटीडिप्रेसेंट और दवाएं जैसे कि मॉर्फिन, पिलोकार्पिन आदि लार का निर्माण बढ़ा देती हैं. ज्यादा मात्रा में लार का निर्माण होने पर वह मुंह से बाहर आने लगती है. तो यदि आप लगातार ऐसी किसी दवाई का सेवन कर रहे हैं तो चिकित्सक से परामर्श जरूर लें.