बॉलीवुड डेस्क। बॉलीवुड की बिंदा क्वीन तनुजा त्रिवेदी उर्फ रानी उर्फ दत्तो या सीधे कहें तो कंगना रनौत ने अपने हालिया इंटरव्यू में कहा है कि मैं न तो शादियों में नाचती हूं और न ही शोज़ करती हूं। अवॉर्ड फंग्शन में जाना और नाचना मुझे कतई पसंद नहीं।
बातचीत के दौरान वह यह भी बोलीं कि यह जो शब्द फेयर यानी गोरापन है, यह बेहद ही अपमानजनक है। अपनी सक् सेस के बारे में कंगना कहतीं हैं कि बहुत ही बढिय़ा लग रहा है। यह सब कुछ इतना अच्छा अहसास दे रहा है। हमारी फिल्म इंडस्ट्री इस तरह की चीजों की आदी नहीं है कि फिल्में बिना किसी बहुत ज्यादा जाने-पहचाने चेहरे के भी बहुत अच्छा कर रही हैं। ऐसे में फिल्म का इस कदर हिट होना असल में मेरे लिए भी आश्चर्य है।
नम्बर गेम से कहीं आगे हूं
कंगना कहतीं हैं कि मैं नंबर गेम से बहुत आगे का काम करना चाहती हूं। मैं अपने लिए सुरक्षित जगह चाहती हूं, क्योंकि नंबर वन का खेल उन लोगों के लिए है, जिनकी कभी बहुत ज्यादा डिमांड होती है, जो बहुत ज्यादा पसंद किए जा रहे हों… वो कहते हैं न फ्लेवर ऑफ द सीजन। लेकिन मैं अपने लिए खुद का सुरक्षित स्थान चाहती हूं। और मुझे लगता है कि एक हद तक मैंने ये हासिल किया है।
चिढ़ है फेयर शब्द से
गैंगस्टर के 2009 में हिट होने के बाद भी कंगना ने न तो बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री के पैरामीटर्स और रूल्स जानने के लिए अच्छी खासी स्टडी कर डाली थी। उनके उच्चारण की हमेशा आलोचना हुई। लेकिन उन्होंने खुद के नियम बनाए- जीवन के भी और फिल्मों के लिए भी। एक ब्यूटी क्रीम का एड कर चुकीं कंगना कहतीं हैं कि मैं कभी यह नहीं समझ पाई कि सांवले लोगों को क्यों गोरा हो जाना चाहिए? यह जो शब्द है फेयर.. यह मुझे बिल्कुल स्वीकार नहीं। गोरेपन के प्रॉडक्ट्स बैन कर देने चाहिए। यह अपमानजनक हैं…। मैंने ऐसे कई प्रॉडक्ट्स को नकारा है.. और यही वजह है कि आप मुझे एंडोर्समेंट्स कार्यक्रमों आदि में काफी कम देखते हैं। मुझे लगता है ये चीजें हमारे युवाओं, हमारी महिलाओं और हमारे पुरुषों में इनफीरियॉरिटी कॉम्प्लैक्स पैदा करती हैं। यह सब बस बेवकूफाना है।