वास्तु डेस्क। लगातार प्रयास करने के बाद भी अपेक्षानुसार फल नहीं मिल रहे हैं और तरक्की सालों से रूकी हुई है। तो अपने केबिन की दिशा बदलकर देखिए। जी हां वास्तु के अनुसार अक्सर दफ्तर में गलत दिशा में बैठने और काम करने के कारण विकास में बाधा उत्पन्न होती है। वास्तु शास्त्री दिनेश सैनी बताते हैं कि ऑफिस का प्रवेश द्वार पूर्व अथवा उत्तर दिशा में होना शुभ माना जाता है।
कुछ ऐसा करें इंटीरियर
ऑफिस में प्रवेश करते ही सबसे पहले दिखायी देता है रिसेप्शन, वास्तु शास्त्र के अनुसार रिसेप्शन कांउटर बाईं ओर और अगांतुकों का प्रतीक्षा कक्ष दाहिनी ओर होना श्रेष्ठ है। यदि ऑफिस में स्पेस कम है तो वेटिंग चेयर अधिकारियों के केबिन के बाहर पूर्व और उत्तर दिशा में दीवार से सटाकर रखना चाहिए।
केबिन करे दक्षिण में
केबिन में मालिक की कुर्सी का मुंह पूर्व और उत्तर दिशा में हो, ताकि आगंतुकों का मुंह पश्चिम या दक्षिण दिशा की तरफ होगा। ऑफिस का स्टोर रूम दक्षिण-पूर्व दिशा और टॉयलेट उत्तर पूर्व अथवा उत्तर पश्चिम दिशा में होना चाहिए। दक्षिण दिशा अधिकारी अथवा मालिक के केबिन के लिए सबसे बेहतर है।
कैश काउंटर हो उत्तर दिशा में
ऑफिस के वास्तु शास्त्र के अनुसार अकाउंट अथवा कैशियर विभाग उत्तर दिशा की ओर हो। यदि उनके लिए अतिरिक्त केबिन नहीं है तो कैशियर की कुर्सीं का मुंह उत्तर दिशा में रखें। वास्तु शास्त्र के मुताबिक ऑफिस का द्वार किसी अन्य ऑफिस के सामने, कैन्टीन या टेलीफोन बूथ के पास होना शुभ नहीं माना जाता है।