स्पेशल डेस्क। आज के समय में हम दवाईयों के इतने आदि हो गए हैं कि हमें थोड़ी सी परेशानी होती नहीं कि हम दवाई खा लेते हैं। फिर चाहे वो मुहांसे निकलना हो या फिर एक खरोच लगना। लेकिन हमें पता नहीं है कि हमारे पूर्वजों के समय में दादी के नुस्खे के नाम से प्रसिद्ध इलाज इन दवाइयों से भी ज्यादा असरदार और कम खर्चीले होते थे। अब आप सोच रहे होंगे कि आज के समय में तो कोई इन नुस्खों को इस्तमाल नहीं करता और इनके बारे में बताएगा कौन? तो चिंता मत कीजिए, आपकी छाया के पास इसका भी समाधान है। आइये हम आपको बताते हैं कुछ ऐसे घरेलू नुस्खों के बारे में जिनसे आप आए दिन आने वाली छोटी-छोटी स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं का इलाज कर सकते हैं और दवाइयों से छुटकारा पा सकते हैं…
दादी माँ के सुझाव मुहांसों के लिए:
जिनको मुहांसे निकलते हों उन्हें अपने खाने में गर्म प्रकृति पदार्थ, तले हुए, तेज मिर्च मसाले वाले, खट्टे तीखे पदार्थों को शामिल नहीं करना चाहिए।
भोजन करते समय कौर 32 बार चबाना चाहिए।
दोनों वक्त, सुबह उठने के बाद और रात को सोने से पहले पेट साफ होना आवश्यक है।
जिनका सुबह पेट साफ न होता हो वे शाम को सोने से पहले वैद्य पटनाकर काढ़ा, एक चम्मच थोड़े से पानी में मिला कर पी लिया।
एक चम्मच से असर हो तो दो चम्मच काढ़ा लिया करें।
काढ़े की मात्रा ज्यादा हो जाने पर सुबह दस्त पतला होगा। ऐसे में काढ़े की मात्रा कम कर लें।
तीन-चार दिन में काढ़े की मात्रा घटा और बढ़ाकर अपने अनुकूल मात्रा निश्चित कर लें।
अनुकूल मात्रा में ही इस काढ़े का सेवन करें। इस पूरे प्रयोग से एक दो माह में मुहांसे गायब हो जाएंगे।
ऐसा क्या खाएं की सालभर बीमारियां छू भी नहीं पाएं
सर्दियों में अपनी आयु और शारीरिक अवस्था को ध्यान में रख कर उचित और आवश्यक मात्रा में, पौष्टिक शक्तिवर्धक चीजों को लेना हमारे शरीर को सालभर के लिए एनर्जी देता है। आयु और शारीरिक अवस्था के मान से अलग-अलग पदार्थ सेवन करने योग्य होते हैं। लेकिन ठंड में पौष्टिक पदार्थों का सेवन शुरू करने से पहले पेट शुद्धि यानी कब्ज दूर करना आवश्यक है।
क्योंकि इन्हें पचाने के लिए अच्छी पाचन शक्ति होना जरूरी है। वरना पौष्टिक पदार्थों या औषधियों का सेवन करने से लाभ ही नहीं होगा। ऐसी तैयारी करके, सुबह शौच जाने के नियम का पालन करते हुए, हर व्यक्ति को अपना पेट साफ रखना चाहिए। ठीक समय 32 बार चबा चबा कर भोजन करना चाहिए। आज हम पहले ऐसे पौष्टिक पदार्थों की जानकारी दे रहे हैं। जो किशोरवस्था से लेकर प्रोढ़ावस्था तक के स्त्री-पुरुष सर्दियों में सेवन कर अपने शरीर को पुष्ट, सुडौल, व बलवान बना सकते हैं।
सर्दियों के खास नुस्खे:
– सोते समय एक गिलास मीठे कुनकुने गर्म दूध में एक चम्मच शुद्ध घी डालकर पीना चाहिए।
– दूध में मलाई और पिसी मिश्री मिलाकर पीना चाहिए।
– एक बादाम पत्थर घिस कर दूध में मिला कर उसमें पीसी हुई मिश्री मिलाकर पीना चाहिए।
– सप्ताह में दो दिन अंजीर का दूध लें।
– ठंडे दूध में एक केला और एक चम्मच शहद।
– उड़द की दाल दूध पका कर बनाई हुई खीर।
– प्याज का रस। असगंध चूर्ण
– उड़द की दाल। रोज सेवफल खाएं।
– कच्चे नारियल की सफेद गरी।
-प्याज का रस दो चम्मच, शहद एक चम्मच, घी पाव चम्मच।