फैशन डेस्क। केवल रंगबिरंगी दीवारों से ही घर खूबसूरत नहीं लगता, बल्कि घर में रखे सामान से भी उस की खूबसूरती निखरती है। कमरे का रंग या फर्नीचर की जगह बदल कर भी घर के लुक में परिवर्तन लाया जा सकता है। आजकल का ट्रैंड पारंपरिक होने के साथ-साथ आधुनिक भी है, जिसे फ्यूजन कहा जाता है। इसे हर उम्र के लोग पसंद करते हैं। घर की सजावट के बारे में इंटीरियर डिजाइनर नीतू मेहता कहतीं हैं कि आजकल घरों की साजसज्जा पर लोग खूब पैसा खर्च करना पसंद करते हैं। मध्यवर्गीय लोग भी इस में पैसा खर्च करने से नहीं कतराते।
ड्राई डैकोरेशन
इस के अंतर्गत फूलों, बैंबो ट्रीज, स्टोंस, डैकोरेशन की वस्तुओं आदि का प्रयोग कर घर की सजावट की जाती है. यह सजावट पानी का प्रयोग किए बिना की जाती है और किसी त्योहार से 3-4 दिन पहले करनी सही रहती है.
इको फ्रैंडली सजावट:
इस का आजकल बहुत चलन है. इस में कागज, थमोकज़ेल, प्लास्टिक, बोतल, कांच की बनीज़् आदि से सजावट की जाती है. इन के अलावा अगर घर बड़ा है तो बड़ीबड़ी वाल हैं हैंगिंग्स, फ्लौवर पौट्स और लाइट्स के द्वारा सजावट की जाती है. भिन्नभिन्न प्रकार के लैंप शेड्स, मोमबत्तियों आदि का समावेश कर घर के फर्नीचर को ध्यान में रखते हुए मिक्स ऐंड मैच थीम भी लोकप्रिय है।
इपोक्सी फ्लोरिंग ट्रैंड
ऐसे फर्श पर किसी भी प्रकार की सजावट अच्छी दिखती है। इस के अलावा कलर थीम भी कुछ लोग पसंद करते हैं. इस में किसी एक रंग से पूरे घर को सजाया जाता है. समुद्र थीम भी काफी लोकप्रिय है, जिस में आप घर बैठे समुद्र के तट का एहसास कर सकते हैं।
रौ थीम को अपनाएं
इस में किचन में प्रयोग की जाने वाली छलनी, सूप, बर्नी, चम्मच आदि से दीवार के रंग के आधार पर मिक्स ऐंड मैच स्टाइल अपनाते हुए सजावट करें। मसलन, छलनी या सूप को रंग कर उस में दीया या कैंडल रख कर सजाएं। हैंडमेड लैंप शेड, जिसे बच्चे अधिकतर स्कूलों में बनाते हैं, में बल्ब का प्रयोग कर किसी कोने में रखें. घर के कोने को हमेशा हाईलाइट करें।
कलर थीम के तहत फूल या कागज से कमरों को अलगअलग रंग से सजाएं। बच्चों के कमरे में गहरे रंग का प्रयोग करें, जबकि बैडरूम और ड्राइंगरूम में हलके रंग का।