भोपाल। सावन की फुहारें धरती का श्रृंगार हैं। इससे न केवल प्रकृति रंगीन होती, बल्कि इस मौसम में पहने जाने वाले परिधान भी सतरंगी हो जाते हैं। किसी समय में राजस्थान में तीज पर्व पर पहना जाने वाला सतरंगी लहरिया खुशनुमा जीवन का प्रतीक बन गया है। सीमाएं तोड़कर यह …
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